लेखनी कविता -05-Aug-2024
शीर्षक - चंद्रदर्शन
चंद्रदर्शन ही जीवन का सच है। कुदरत के देव शीतलता देते हैं। रात्रि के शीतल देव चंद्रदर्शन हैं। हम सभी चंद्रदर्शन को पूजते हैं। सभी ग्रहों में चंद्रमा का सच हैं। चंद्रदर्शन ही तो हम सभी करते हैं। आज और कल पल जीवन होता हैं। चंद्र देव ही मन को चंचलता देते हैं। हम सभी के मन भावों में चंद्रमा, मन भावों में रिश्ते नाते कहता है। हम सब मिलकर चंद्रदर्शन करते, और संसारिक मोह-माया रखते हैं।
नीरज कुमार अग्रवाल चंदौसी उ.प्र